राजस्थान हाई आगामी रीट भर्ती के लिए बोर्ड को राजस्थानी भाषा जोड़ने की संभावना तलाश करने के निर्देश दिए है। कोर्ट में जनहित याचिका दायर की गयी जिसमे ये मांग की गयी की प्राथमिक शिक्षा में बच्चों को स्थानीय भाषा में शिक्षा देने के उद्देश्य से REET भर्ती परीक्षा में राजस्थानी भाषा को जोड़ा जाए।
हाई कोर्ट बेंच के समक्ष याचिकाकर्ता की ओर से बताया गया की राज्य के 4 करोड़ से अधिक लोग राजस्थानी भाषा बोलते है जबकि रीट पेपर में उर्दू, गुजराती, सिंधी भाषा शामिल है राजस्थान में इन भाषाओ का बस कुछ हजार लोग ही आम तौर पर प्रयोग करते है।
REET परीक्षा में राजस्थानी भाषा
नई शिक्षा नीति 2020 में इस बात का प्रावधान है की बच्चो को मातृभाषा में शिक्षा दी जाए। जबकि राजस्थान में शिक्षा में मुख्यतः हिंदी,अंग्रेजी और उर्दू भाषा का प्रयोग होता है।
राजस्थान अपनी संस्कृति खो रहा है इसे बचाने के लिए राजस्थानी भाषा का संरक्षण करना आवश्यक है। अगर प्राथमिक शिका में भी राजस्थानी भाषा का प्रयोग नहीं किया गया तो आने वाले समय में ये भाषा भी विलुप्त हो जायगी।
राज्य सरकार भी प्राथमिक शिक्षा मातृभाषा में देने पर जोर दें रही है। कोर्ट ने अगली सुनवाई 25 जुलाई को रखी है और सरकार को प्राथमिक शिक्षा में राजस्थानी भाषा को जोड़ने की संभावना तलाशने के निर्देश दिए है।
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